केदारनाथ में एक के बाद एक हादसे,हेलिकॉप्टर हादसे में पायलट समेत सभी 7 सवारों की मौत , चार धाम यात्रा में हेलिकॉप्टर सेवा पर लगाई रोक, मुख्यमंत्री ने जारी किए नए दिशा-निर्देश
केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद उत्तराखंड सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने चार धाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक लगा दी है. यह फैसला अगला आदेश आने तक जारी रहेगा. उन्होंने निर्देश दिया कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए.

नई दिल्ली:-केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में पायलट समेत सभी 7 सवारों की मौत हो गई है। मृतकों में उत्तर प्रदेश के नगीना निवासी एक वरिष्ठ अधिवक्ता की पत्नी और नातिन भी शामिल हैं। इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद मृतकों का परिवार भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है। वरिष्ठ अधिवक्ता धर्मपाल सिंह शुक्रवार को अपनी पत्नी विनोद देवी (67 वर्षीय), नातिन तृष्टि रानी (15 वर्षीय), पौत्र ईशान (15 वर्षीय) और गौरांश (12 वर्षीय) के साथ केदारनाथ की यात्रा पर गए थे। परिजनों के अनुसार, रविवार की तड़के करीब पांच बजे धर्मपाल सिंह की पत्नी विनोद देवी और नातिन हेलिकॉप्टर में सवार होकर केदारनाथ के लिए जा रहे थे, जबकि धर्मपाल सिंह और परिवार के बाकी सदस्यों को बाद में हेलिकॉप्टर में सवार होकर केदारनाथ जाना था। यही हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। परिवार के मुताबिक, हेलिकॉप्टर क्रैश होने की दुखद सूचना के बाद परिवार के अन्य सदस्य घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, राजस्थान के जयपुर निवासी राजवीर के घर भी मातम पसर गया है।
केदारनाथ हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जयपुर के राजवीर की भी मौत हो गई है। राजवीर आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल थे और उन्होंने 14 साल सेना में अपनी सेवाएं दीं। वह कुछ समय पहले ही सेवानिवृत्त हुए थे और इसके बाद वह आर्यन कंपनी में एविएशन पायलट के तौर पर जुड़ गए थे। यह भी पता चला कि राजवीर की पत्नी ने 4 महीने पहले ही जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। एडिशनल डीसीपी बजरंग सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि राजवीर सिंह चौहान सेना में एविएशन में तैनात थे और पिछले साल सितंबर में ही वह रिटायर्ड हुए थे। इसके बाद वह आर्यन कंपनी के साथ जुड़ गए थे। उन्होंने कहा, “परिवार को सूचना मिली है कि एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है, जिसमें सात लोग सवार थे। अभी तक परिवार वालों को अनौपचारिक रूप से निधन की जानकारी मिली है। आधिकारिक तौर पर परिवार के पास निधन से जुड़ी कोई सूचना नहीं आई है। राजवीर के रिश्तेदार भी उनके घर पर पहुंच रहे हैं।
कब और कहां हुआ हादसा?
हेलीकॉप्टर ने सुबह 05:10 बजे गुप्तकाशी से उड़ान भरी और 05:18 बजे केदारनाथ धाम पहुंचा। यहां से एक मिनट बाद 05:19 बजे हेलीकॉप्टर ने फिर से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी और रास्ते में ही गौरीकुंड के पास हेलीकॉप्टर दर्घटनाग्रस्त हो गया।
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद अब उत्तराखंड के केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. यह दुर्घटना गौरीकुंड क्षेत्र के पास हुई है. हेलीकॉप्टर में मौजूद सभी 7 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि मौसम खराब होने की वजह से यह हादसा हुआ है.
इस हादसे को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक लगा दी है.इस हादसे पर उत्तराखंड सरकार ने दुख व्यक्त किया. उन्होंने हेली सेवाओं के संचालन को लेकर एक एसओपी तैयार के निर्देश दिए हैं. इसके लिए उन्होंने एक समिति को गठित करने का निर्देश दिया.
उत्तराखंड सरकार ने जारी किए निर्देश
उत्तराखंड राज्य में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं. जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं के संचालन के लिए एक सख्त एसओपी तैयार की जाए, जिसमें उड़ान से पहले हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूरी जांच और मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए.
सीएम ने जताया दुख
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज सुबह खराब मौसम के कारण एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. मैं ईश्वर से उन लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई है. उन्होंने कहा कि मैंने तत्काल एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई है, और जरूरी कदम उठाए. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि आगे इस तरह कि और कोई घटना सामने आए और किसी भी नागरिक की मौत हो
तकनीकी विशेषज्ञों की समिति का गठन
सीएम धामी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वह तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन करे. यह समिति हेली संचालन के सभी तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा करेगी और उसके बाद एसओपी तैयार करेगी. उन्होंने कहा कि यह समिति यह भी सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो. यह समिति पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं की भी गहन जांच करेगी. उन्होंने कहा कि इन दुर्घटनाओं के पीछे अगर किसी व्यक्ति,संस्था की लापरवाही सामने आई तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी.
चार धाम यात्रा पर लगाई रोक
यूकाडा और डीजीसीए ने केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद एक बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने चार धाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक लगा दी है. यह रोक अगले आदेश आने तक लगाई गई है.
अधिकारियों ने बताई हादसे की वजह
रविवार सुबह केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं हेली सेवा नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि हेलीकॉप्टर आर्यन एविएशन का था, जिसमें पायलट के अलावा पांच यात्री और एक बच्ची भी सवार थी.अधिकारियों ने बताया कि घाटी में अचानक मौसम बिगड़ने के कारण पायलट ने हेलीकॉप्टर को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान हादसा हो गया.
सूचना मिलते ही NDRF, SDRF, पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर रेस्क्यू में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि खोजबीन और राहत कार्य जारी है.
इससे पहले भी उत्तराखंड में हो चुके कई हेलीकॉप्टर क्रैश
इससे पहले, 8 मई को उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री धाम जा रहा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गयी थी.
12 मई को बद्रीनाथ हेलीपैड पर टली बड़ी दुर्घटना
12 मई को एक निजी हेलिकॉप्टर के पायलट ने उड़ान भरने के तुरंत बाद नियंत्रण खो दिया। इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान उसके ब्लेड ने एक खड़ी गाड़ी को टक्कर मार दी। सौभाग्य से कोई घायल नहीं हुआ। इस मामले में हेलिकॉप्टर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की गई।
17 मई को केदारनाथ में एयर एंबुलेंस हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था. इसमें तीन लोग पायलट, डॉक्टर और नर्स सवार थे. हालांकि तीनों लोग सुरक्षित बच गए.
इसके बाद 7 जून को भी केदारनाथ जा रहे एक हेलीकॉप्टर को उड़ान भरते ही तकनीकी खराबी आ गई, जिससे उसे सड़क पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी. इस आपात लैंडिंग में पायलट को काफी चोटें आयीं थी. लेकिन उस हेलीकॉप्टर में मौजूद पांच श्रद्धालु सुरक्षित बच गए थे.